श्री ( गणपती ) गणेशजी की आरती:- Ganesh Ji Aarti In Hindi Font
गणेश उत्सव मे सर्वमान्य श्री गणेश आरती का अपना अलग ही महत्व है
मान्यता है कि गणेश जी की पूजा करने से किसी भी शुभ कार्य में कोई विघ्न-बाधा नहीं आती.
हर शुभ काम करने से पहले भगवान गणेश की पूजा करने का विधान है.
महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश में गणेश चतुर्थी प्रमुखता के साथ मनाया जाता है.
मान्यता है कि गणेश जी की पूजा करने से किसी भी शुभ कार्य में कोई विघ्न-बाधा नहीं आती.
हर शुभ काम करने से पहले भगवान गणेश की पूजा करने का विधान है.
महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश में गणेश चतुर्थी प्रमुखता के साथ मनाया जाता है.
श्री गणेश जी आरती विधि / Shri Ganesh Aarti Vidhi in Hindi
- आरती आरम्भ करने से पूर्व 3 बार शंख बजाएं। शंख को धीमे स्वर से उच्च स्वर की ओर बजाएं ।
- आरती गाते समय शब्दों का शुद्ध उच्चारण करें।
- आरती के लिए शुद्ध कपास अथार्त रूई से बनी घी की बत्ती का प्रयोग करें ।
- बत्तियाें की संख्या एक, पांच, नौ, ग्यारह या इक्किस रखनी चाहिए।
- घी या बत्ती उपलब्ध न होने पर कपूर से भी आरती की जाती है।
- तदोपरान्त आरती आरम्भ करें।
- आरती संपन्न होने पर जयकारा लगते हुए श्री गणेश जी से मंगलकामना करें।
- आरती के समय एक लय में घण्टी बजाएं और लय का ध्यान रखते हुए आरती गाएं।
Jai Ganesh Jai Ganesh Aarti :- गणेश जी की आरती लिखित में
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा .
माता जाकी पारवती, पिता महादेवा ..
एकदन्त, दयावन्त, चारभुजाधारी,
माथे पर तिलक सोहे, मूसे की सवारी .
पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा,
लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा ..
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा .
माता जाकी पारवती, पिता महादेवा ..
अंधे को आँख देत, कोढ़िन को काया,
बाँझन को पुत्र देत, निर्धन को माया .
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा,
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ..
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा .
माता जाकी पारवती, पिता महादेवा ..
—– Additional —–
दीनन की लाज रखो,
शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो,
जाऊं बलिहारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
श्री गणेश जी की इस दिव्य आरती के द्वारा आप भी अपने जीवन को सार्थक बना सकते है ,
Ganesh Ji Aarti In English Font
Jai Ganesh Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva.
Maata Jaaki Parwati, Pita Mahaa Deva.
Ek Dant Dayaa Want,
Chaar Bhuja Dhaari.
Mathe Par Tilak Soye,
Moose Ki Sawari.
Paan Chadhe Phool Chadhe,
Aur Chadhe Mewa. Ladduan Ka Bhog Lage,
Sant Kare Sewa.
Jai Ganesh Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva,
Maata Jaaki Parwati, Pita Mahaa Deva.
Andhan Ko Aankh Det, Kodhin Ko Kaya,
Baanjhan Ko Putra Det,
Nirdhan Ko Maya.
Soor Shyam Sharan Aaye,
Safal Kije Sewa.
Jai Ganesh Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva,
Maata Jaki Parwati, Pita Maha Deva.
Deenan Ki Laaj Raakho,
Shambu Sutkaari,
Kaamna Ko Pooran Karo Jai Balihaari.
Jai Ganesh Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva,
Maata Jaaki Parwati, Pita Mahaa Deva.
गणेश जी की आरती | Ganesh Ji Ki Aarti PDF Download Link